‘देशभक्ति का संचार करने के लिए जम्मू कश्मीर में RSS की शाखाओं का बनाया जाए नेटवर्क’, बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत

इंडिया फ़र्स्‍ट ब्‍यूरों। मोहन भागवत का 3 अक्टूबर को राज्य के प्रचारकों के साथ बैठक का कार्यक्रम भी है. संघ प्रमुख जम्मू कश्मीर में किस तरीके से संघ को मजबूत करना है इसकी भी बैठक में चर्चा करेंगे.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों के बीच देशभक्ति की भावना का संचार करने के लिए जम्मू कश्मीर में संघ की शाखाओं का नेटवर्क स्थापित करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि संघ सभी को साथ लेकर चलने वाले एक शांतिपूर्ण समाज का निर्माण कर दूसरों के लिए एक उदाहरण स्थापित करे. भागवत बृहस्पतिवार को चार दिनों की यात्रा पर केंद्र शासित प्रदेश पहुंचे थे. इस दौरे पर उनका बुद्धिजीवियों और प्रमुख नागरिकों से मिलने की कार्यक्रम है.

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है. इससे पहले संघ प्रमुख 2016 में जम्मू आए थे. मोहन भागवत अपनी 4 दिन की यात्रा के दौरान कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे. आज 2 अक्टूबर को जनरल जोरावर सिंह सभागार में उनका एक कार्यक्रम है. इसमें 700 प्रमुख नागरिकों को बुलाया गया है. अन्य कार्यक्रम संघ के प्रदेश मुख्यालय केशव भवन में रखे गए हैं.

3 अक्टूबर के मोहन भागवत के कार्यक्रम

3 अक्टूबर को वर्चुअल माध्यम से संघ प्रमुख प्रदेश के स्वयं सेवकों को संबोधित करेंगे. संघ प्रमुख इस दौरे के दौरान जम्मू कश्मीर में किस तरीके से संघ ने कोरोना में काम किया इसकी भी समीक्षा करेंगे. साथ ही उनका राज्य के प्रचारकों के साथ बैठक का कार्यक्रम भी है. संघ प्रमुख जम्मू कश्मीर में किस तरीके से संघ को मजबूत करना है इसकी भी बैठक में चर्चा करेंगे.

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RSS की परियोजनाओं की समीक्षा

भागवत जम्मू-कश्मीर में सेवा, शिक्षा, जन जागरूकता, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, पारिस्थितिकी, जल संरक्षण, सामाजिक समानता आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में आरएसएस द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं. वह केंद्र शासित प्रदेश के प्रचारकों के साथ-साथ चयनित गणमान्य व्यक्तियों के साथ भी बातचीत में शामिल हो रहे हैं. संघ प्रमुख का यह दौरा बेहद खास है क्योंकि आरएसएस लंबे समय से अनुच्छेद 370 को खत्म करने की मांग करती रही है. पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने इस अनुच्छेद के जरिए राज्य को मिले विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया. सरकार ने जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख में विभाजित कर दिया. सरकार के इस कदम का संघ ने स्वागत किया. indiafirst.online

 

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