
कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ अरूसा आलम
इंडिया फ़र्स्ट । पंजाब के मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से महिला पत्रकार अरूसा आलम के साथ उनके संबंधों को लेकर राज्य की राजनीति गरमाई हुई है. उन्होंने इस साल के सितंबर महीने में अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोधी, पत्रकार अरूसा आलम के पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसी आईएसआई के साथ संबंध होने का दावा कर रहे हैं तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने फ़ेसबुक पन्ने पर भारतीय पदाधिकारियों के साथ अरूसा आलम की कई फ़ोटो पोस्ट की हैं.
इस बीच अरूसा आलम ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए साक्षात्कार में कहा है कि मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि अमरिंदर ने इतनी बड़ी दुनिया में मुझे अपना दोस्त चुना है… हमारा मेंटल और आईक्यू लेवल एक बराबर है.
दरअसल पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शुक्रवार को अरूसा आलम के आईएसआई से संबंधों को लेकर जाँच के आदेश दे दिए थे. इसके बाद ट्विटर पर बहस भी छिड़ गई थी.
सोनिया गांधी के साथ – एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आईं अरूसा आलम CAPTAIN AMRINDER SINGH FB
साक्षात्कार में क्या कहा अरूसा आलम ने?
अपने साक्षात्कार में अरूसा ने कांग्रेस के राजनीतिज्ञों पर हमला बोलते हुए कहा कि वो पंजाब के कांग्रेस राजनीतिज्ञों के बयान से बहुत दुखी और निराश हैं और कभी भारत नहीं आएँगी साथ ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और राज्य के कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधते हुए कहा, ”मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि वो इतना नीचे गिर सकते हैं. सुखजिंदर रंधावा, पीपीसीसी चीफ़ नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी(नवजोत कौर सिद्धू) लकड़बग्घे हैं. वो कैप्टन को शर्मिंदा करने के लिए मेरा इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या उनके पास मुद्दों की कमी हो गई है कि वो मेरा सहारा लेकर राजनीतिक मकसद साध रहे हैं?”
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज के साथ अरूसा आलम CAPTAIN AMRINDER SINGH FB
अमरिंदर सिंह के साथ उनकी दोस्ती पर सवाल उठाने वाले कांग्रेसी नेताओं को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ”मेरा उनके लिए संदेश है. प्लीज़ थोड़े बड़े हो जाइए और अपने घर को ठीक करें. कांग्रेस ने पंजाब में अपनी ज़मीन खो दी है. युद्ध के बीच में कौन अपने जनरल को बदलता है. कांग्रेस दिशाहीन है और गहराई से बंटी हुई है.” आईएसआई के साथ संबंध होने के आरोप को ख़ारिज करते हुए अरूसा आलम ने साक्षात्कार में कहा, ”मैं दो दशकों से भारत आ रही हूं, कैप्टन के निमंत्रण पर पिछले 16 साल से और उससे पहले एक पत्रकार के नाते और प्रतिनिधिमंडल के साथ भी आई हूं. क्या वो मेरे लिंक्स को लेकर अचानक जागे हैं.”
पाकिस्तान में भारत के राजदूत जेएन दीक्षित के साथ CAPTAIN AMRINDER SINGH FB
अरूसा आलम अपने पाकिस्तान दौरे और वीज़ा पर उठे सवालों पर कहती हैं कि जब कोई पाकिस्तान से भारत आता है तो उसे बड़ी जटिल क्लीयरंस प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है. किसी भी प्रक्रिया को बाइपास नहीं किया गया है. जो स्क्रीनिंग होती है वो की गई है. ये क्लीयरंस आर एंड एडब्ल्यू (R&AW), आईबी, केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से लेना होता है. वो ऑनलाइन वीज़ा फॉर्म भी नहीं भरने देते हैं. ये लोग सोचते हैं कि ये सभी एजेंसियां क्या मुझे बस ऐसे ही अनुमति दे रही थीं. indiafirst.online