
इंडिया फर्स्ट । भोपाल । मध्यप्रदेश में कोरोना के कठिन समय में भी 6000 आरक्षकों की भर्ती की गई है। प्रदेश में वर्तमान में नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक लाख 26 हजार से अधिक पुलिस उपलब्ध है। पुलिस में अब नियमित भर्ती होती रहेगी। इस साल 7500 आरक्षकों के पद भरे जाएंगे। प्रदेश में अब महिला होमगार्ड सैनिकों के लिए भर्ती नियम शिथिल किए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की बेटियां ज्यादा से ज्यादा होमगार्ड सैनिक बन सकें।
पुलिस कर्मियों को प्रमोशन भी दिया जा रहा है।
मुस्कान बिखेरती पुलिस
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर मध्यप्रदेश में ऑपरेशन मुस्कान चला कर पुलिस ने बीते दो सालों में 7660 गुम बालिकाओं को बरामद किया है। गुम नाबालिग बालक- बालिकाओं को वापस उनके परिवार में लाने की यह अनूठी योजना मध्यप्रदेश में चल रही है।
महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसके लिए 950 ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं।
छोटे बच्चों को गुड टच और बैड टच के प्रति अवेयर करने के लिए ऑपरेशन एहसास चलाया जा रहा है।
माफिया पर सख्त शिवराज की पुलिस
मध्यप्रदेश में माफिया के खिलाफ पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं। इसका व्यापक सकारात्मक असर भी दिख रहा है।
भूमाफिया के खिलाफ अभियान चला कर पुलिस ने अभ तक 5426 एकड़ सरकारी जमीन मुक्त कराई है। मिलावटखोरों और राशन माफिया पर कार्रवाई कर 400 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस का भी सरकार को ध्यान कोरोना महामारी के दौरान जीवन दांव पर लगाने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को कोरोना योद्धा मैडल से सम्मानित किया गया है।
पुलिस कर्मियों के लिए निशुल्क आवास देने प्रदेश में 25000 आवास गृह बनाए जा रहे हैं।
453 थानों और चौकियों के भवन का निर्माण कराया जा रहा है।
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