
इंडिया फर्स्ट ब्यूरो। संवाददाता राजेन्द्र बाजपेयी जगदलपुर
- नक्सलवाद का सिमटता दायर इसका सबूत है ।
दरभा दलम और कुख्यात नक्सल नेता हिड़मा के मिलिट्री दलम के बल पर नक्सलियों का वजूद बचा है ।
हिड़मा की घेराबंदी को लेकर प्रयास जारी है । इसमें फोर्स कामयाब हुई तो बस्तर में नक्सलवाद का खात्मा सम्भावित है ।
हालांकि नक्सली अपने आपको बनाये रखने की हर सम्भव कोशिश करते रहते हैं । सुकमा , बीजापुर और अबूझमाड़ के क्षेत्र में इनकी गतिविधियो की जानकारी मिलती रहती है ।नक्सलियों का बुरा वक्त चल रहा है । उनके शीर्ष नेता या तो मारे गए , या पकड़े गए या फिर बीमारी से मर गए ।हाल ही में हमारे सूत्रों से जानकारी मिली है कि नक्सली बाहरी मदद और ट्रेनरों के जरिये तेलंगाना और छग के सीमावर्ती के किसी अज्ञात जगह पर ट्रेनिंग केम्प चला कर नए लड़के तैयार कर रहे हैं ।
हालांकि इसकी न तो आधिकारिक पुष्टि हुई है और न ही हम स्वयं इसकी पुष्टि करते हैं । लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को जरूर इस पर सतर्कता से छानबीन जरूरी है ताकि यदि इसमें सच्चाई हकी गुंजाइश है तो तत्काल कार्रवाई कर इसे नष्ट किया जा सके ।बस्तर आईजी का कहना है किसड़कें ,पुल आदि के निर्माण कार्य प्रगति पर हैं । जिनके पूर्ण होने पर नक्सलियों के कोर एरिया तक पहुंच उन पर अंकुश लगाना सरल होगा ।इस दौरान कई नए केम्प भी खोले गए हैं जिसकी वजह से नक्सल गतिविधियों को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है ।Indiafirst.online