#TURBAT LONG MARCH । इस्लामिक मुल्क पाकिस्तान में मुस्लिमों पर अत्याचार- देख लो कश्मीरी अलगाववादियों !!

इंडिया फर्स्ट। इंटरनेशनल डेस्क।

मुस्लिम भाईचारे और इस्लामिक वर्ल्ड में, खुद को कोतवाल बनने के सपने देखने और दिखाने वाले पाकिस्तान को अब, उसके मुल्क के ही मुसलमान आईना दिखा रहे है। बलूचिस्तान का दशकों से शोषण करती आई पाकिस्तानी फौज के पांव, अब वहां के लोगो के गुस्से के सामने, उखड़ने लगे है। कश्मीर के अलगाववादी जो पाकिस्तान के फेंके गये चंद सिक्को के बदले, भारत की पवित्र भूमि से बग़ावत करते आये है, उन्हे ये तस्वीरे जरुर देखनी चाहिए कि कैसे मुसलमान मुल्क में ही मुसलमानों पर कहर ढाया जा रहा है।

हालांकि, पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान में जितने अत्याचार कर रही है, उतना ही वहां इस्लामाबाद के विरुद्ध आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बलूचिस्तान के युवकों को अगवा करके ले जाना, उन्हें बिना किसी अपराध के अपराधी घोषित करके जेल में ठूंस देना और उनके घर वालों को मुंह बंद रखने के लिए धमकाना पुलिस के लिए नया शगल बन चला है। इस दमन के विरोध में बलूचिस्तान उबलने लगा है।

इन जुल्म और अत्याचार के खिलाफ, बलूचिस्तान के तुरबत से करीब एक लाख लोग, इस्लामाबाद की ओर कूच कर चुके है। तुरबत से पहले ऐसा ही एक प्रदर्शन बरखान में हुआ था जिसमें प्रदर्शनकारी बलूचों द्वारा मारे गए युवक बालाच मोला बख्श के परिवार को समर्थन देने का ऐलान किया गया था।

दरअसल, भारत की आज़ादी के दौरान, पाकिस्तान ने चालाकी से बलूचिस्तान को हथिया लिया था। तब ही से, पाकिस्तानी फौज और हुकुमरान, बलूचिस्तान का ना केवल शोषण करते आये है ..बल्कि वहां की औरतो के साथ बलात्कार और युवकों की जबरन हत्या करना और जेल में बंद करने जैसी घिनौनी करतूतो को अंजाम देते आये है।
पाकिस्तान बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का तो खुलकर इस्तेमाल करता आया है लेकिन उसका कोई भी हिस्सा बलूचिस्तान की तरक्की के लिये खर्च नही करता। लेकिन बलूचिस्तान की खुद्दार कौम, पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ पूरी तरह आक्रोशित हो चुकी है और अब पाकिस्तानी सरकार और फौज के लिये, ये विरोध संभाले नही संभल रहा है।
बलूच नेता अकसर भारत से उनकी आज़ादी के लिये मदद भी मांगते आये है और उन्हे उम्मीद है कि सिर्फ भारत ही उन पर हो रहे अत्याचारों को खत्म करने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। हैरानी होती है कि, आज़ादी के बाद से कांग्रेस की सरकारों ने सिर्फ पाकिस्तान का हव्वा बनाया, लेकिन कभी भी आक्रामक काउंटर अटैक की नीति नही रखी। इस्लामाबाद में, बलूचिस्तान के लोगो के इस लांग मार्च को लेकर ख़ासी दहशत देखी जा सकती है । इंडिया फर्स्ट। INDIAFIRST.ONLINE

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