इंडिया फर्स्ट | बेंगलुरु |
26 दिन में 15 लाख Km का सफर तय किया, ये सूर्य की स्टडी करेगा
इसरो का आदित्य-L1 स्पेसक्राफ्ट 126 दिनों में 15 लाख किमी का सफर तय करने के बाद सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) तक पहुंच जाएगा। आज शाम करीब 4 बजे इसके हेलो ऑर्बिट में पहुंचने की उम्मीद है। ये मिशन 5 साल का होगा।
स्पेसक्राफ्ट में 440N लिक्विड अपोजी मोटर (LAM) लगी है, जिसकी मदद से आदित्य-L1 को हेलो ऑर्बिट में भेजा जाएगा। यह मोटर इसरो के मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM) में इस्तेमाल की गई मोटर के समान है। इसके अलावा आदित्य-L1 में आठ 22N थ्रस्टर और चार 10N थ्रस्टर हैं, जो इसके ओरिएंटेशन और ऑर्बिट को कंट्रोल करने के लिए जरूरी हैं।
L1 अंतरिक्ष में ऐसा स्थान है, जहां पृथ्वी और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां संतुलित होती हैं। हालांकि, L1 तक पहुंचना और स्पेसक्राफ्ट को इस ऑर्बिट में बनाए रखना कठिन टास्क है। L1 का ऑर्बिटल पीरियड करीब 177.86 दिन है। indiafirst.online