
इंडिया फर्स्ट ब्यूरो। नई दिल्ली। भारत ने अक्षय ऊर्जा के मामले में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं को शामिल किए बगैर 100 गीगावॉट के महत्वपूर्ण पड़ाव को पार गई है. इसके साथ ही भारत स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता के मामले में विश्व में चौथे स्थान पर, सौर ऊर्जा में पांचवें और पवन ऊर्जा में चौथे स्थान पर पहुंच गया है |
Another landmark day in the history of the Indian Power Sector. Our installed Renewable Energy capacity (excluding large Hydro) has crossed 1,00,000 Megawatts. Under the visionary leadership of PM @narendramodi ji, we shall continue to be global leaders in Energy Transition.
— R. K. Singh (@RajKSinghIndia) August 12, 2021
जानकारी के अनुसार, 100 गीगावॉट की क्षमता स्थापित की जा चुकी है, वहीं 50 गीगावॉट क्षमता स्थापित करने का काम जारी है, इसके अलावा 27 गीगावॉट के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है. इस अहम पड़ाव को हासिल करने के सात भारत ने 2030 तक 450 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की अपनी महत्वाकांक्षा को भी बढ़ा दिया है | इसमें अगर बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को शामिल कर लिया जाए तो स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता 146 गीगावॉट बढ़ जाती है. केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने इस अवसर पर ट्वीट भी किया |

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