आतंकियों ने बताया है कि अलग-अलग राज्यों में रेकी कर ली गई थी

दो गुटों में बंटकर काम कर रहे थे आतंकी :

‘डी कंपनी’ और आईएसआई ने भारत को दहलाने की काफी बारीक योजना बना रखी थी। इसके तहत, आतंकियों को दो गुटों में बांटा गया था- एक हमलावर गुट था जबकि दूसरा सुविधाएं जुटाने वाला। हमलावर गुट में शामिल आतंकियों की जिम्मेदारी ग्रीन सिग्नल मिलते ही हमले को अंजाम देना था जबकि उससे पहले की सारी जिम्मेदारी दूसरे ग्रुप की थी। दूसरा गुट ही हवाला के जरिए पैसे जुटाने और दोनों गुटों का खर्च उठाने, रेकी करके हमले की सही जगह चुनने, हमलावर गुट को मौके पर पहुंचाने से लेकर तमाम तरह की सुविधाएं जुटाने को जिम्मेदार था। भारतीय खुफिया एजेंसियों को इन आतंकियों की भनक अप्रैल महीने में ही लग गई थी जिसने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को अलर्ट कर दिया था। उसके बाद दिल्ली पुलिस ने इन आतंकियों को रेडार पर ले लिया और उनकी एक-एक गतिविधि पर नजर रखने लगी। फिर जान मोहम्मद, ओसामा, मूलचंद, जीशान कमर, मोहम्मद कमर और मोहम्मद आमिर जावेद नाम के आतंकियों को दिल्ली, यूपी और राजस्थान से दबोच लिया गया। इनमें चार आतंकी यूपी के रहने वाले हैं जबकि एक मुंबई और एक दिल्ली का है।

Comments are closed.

Check Also

शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के 24वें प्रधानमंत्री बने

इंडिया फर्स्ट। इस्लामाबाद। 72 साल के शाहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए…