
अयोध्या में नागपंचमी के दिन भगवान श्रीरामलला चांदी के भव्य झूले पर विराजमान हो गए हैं। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास व उनके सहयोगी पुजारी प्रदीप दास ने शुक्रवार को सुबह 7 बजे पूजन-अर्चन के बाद रामलला को झूले पर बिठाया। रामलला के इस ठाठ को देख मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि रामलला को इस रूप में देखकर उन्हें अपार सुख मिला है। उनका जीवन धन्य हो गया है।
पहले लकड़ी के झूलन पर बैठते थे रामलला:
रामलला को चांदी का भव्य झूला श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिया है। जो 21 किलो वजन का व 4 फिट ऊंचा है। इस झूलन पर मोर व भगवान सूर्य बने हुए हैं। इससे पहले रामलला लकड़ी के झूलन पर बैठते थे। अब रामलला को चांदी के झूलन पर देख संत पहले से ज्यादा खुश नजर आ रहे हैं। रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्किराम हर पर्व पर रामलला को वस्त्र भेंट करते हैं। उन्होंने कहा कि सब कुछ तो भगवान का ही है। हम उन्हें क्या दे सकते हैं पर यह हम सब का भाव है कि भगवान की अनेक प्रकार से सेवा कर हम खुद आनंद का अनुभव करते हैं।