
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भवानीपुर उपचुनाव में सोमवार को बीजेपी के चुनाव प्रचार के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. बीजेपी उपाध्यक्ष दिलीप घोष पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे, इसी दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर दिलीप घोष का विरोध करना शुरू कर दिया और विपक्षी पार्टी के खिलाफ नारे लगाए.
सूत्रों के अनुसार बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि दिलीप घोष पर हमला हुआ. दिलीप घोष ने घटना से जुड़ा एक वीडियो भी अपने ट्विटर अकाउंट से साझा किया है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं के विरोध के दौरान दिलीप घोष को बचाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी और स्थिति बिगड़ते देख दिलीप घोष के सुरक्षा कर्मी ने अपनी पिस्तौल हवा में तान दी.
दिलीप घोष ने ट्विटर पर प्रकरण से जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘मैडम चीफ मिनिस्टर के गढ़ भवानीपुर में जनप्रतिनिधियों पर हमले हो रहे हैं. ऐसे में एक आम आदमी राज्य में कितना सुरक्षित है?’ उन्होंने लिखा कि जगूबाबर बाजार में सुनियोजित तरीके से मुझ पर हमला हुआ. टीएमसी के गुंडों और अराजक तत्वों ने मुझे मारने की साजिश रची थी. ये घटना सत्ताधारी पार्टी के दुर्दांत, भयानक स्वभाव को प्रदर्शित करती है. क्या इस घटना के बाद पारदर्शी तरीके से चुनाव कराना संभव है.
At Bhabanipur, Mamata's brothers has beaten up the police itself.
Where police, public representatives are being attacked then what is the situation of general public?
This is nothing but a form of threatening people so that they dont come out to vote. pic.twitter.com/xB7ufO50uR— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) September 27, 2021
बीजेपी ने की EC से शिकायत
बता दें कि 24 सितंबर को भी बीजेपी ने चुनाव आयोग से कोलकाता के पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) आकाश माघारिया की शिकायत करते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग की थी और आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निवास के पास कालीघाट में प्रदर्शन के दौरान उन्होंने भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव की उसकी प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल एवं प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पर हमला किया.
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि बीते बृहस्पतिवार को शाम को एक भाजपा नेता की शव यात्रा के दौरान लोकसभा सदस्य मजूमदार के अलावा दो अन्य सांसदों- ज्योतिर्मय सिंह महतो और अर्जुन सिंह पर हमला किया गया. उसने माघारिया को चुनाव ड्यूटी से हटाने की मांग की. भाजपा ने आयोग को सौंपे आवेदन में आरोप लगाया कि इन पुलिस अधिकारी ने ‘टिबरेवाल के साथ छेड़खानी की एवं उनके साथ अनुपयुक्त व्यवहार किया.’
टिबरेवाल भाजपा की ओर चुनाव मैदान में
माघारिया ने टिबरेवाल पर हमले के आरोप से इनकार करते हुए पीटीआई भाषा से कहा, ‘यह बेबुनियाद आरोप है. आप वीडियो फुटेज देख सकते हैं. मैंने उन्हें छुआ तक नहीं. मैं दूर ही खड़ा था.’ भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बनर्जी के खिलाफ टिबरेवाल भाजपा की ओर चुनाव मैदान में हैं.
बृहस्पतिवार शाम को मगराहाट पश्चिम के भाजपा उम्मीदवार मानस साहा की शव यात्रा के दौरान पार्टी के नेता कालीघाट पुल पर रुक गये, जो बनर्जी के निवास से कुछ सौ मीटर दूर है. मजूमदार और महतो सड़क पर बैठ गये. भाजपा ने आरोप लगाया कि साहा ने ‘तृणमूल कांग्रेस द्वारा की गयी चुनाव बाद हिंसा में घायल होने के बाद’ दम तोड़ दिया.
पुरुलिया के सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह और पार्टी नेता शिशिर बजोरिया के दस्तखत वाले आवेदन में दावा किया गया था कि बिना किसी भड़कावे के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई की जिसकी अगुआई माघारिया ने की.