
इंडिया फ़र्स्ट ।
कलेक्टर बनने का सपना हर युवा का होता है। कलेक्टर बनने के लिए वे दिन-रात एक करते हैं, ताकि उन्हें यह ओहदा प्राप्त हो सके और उन्हें वीआइपी ट्रीटमेंट मिले। लेकिन राजधानी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इस दिशा में एक अनूठी पहल की है। उन्होंने वीवीआइपी ट्रीटमेंट छोड़ते हुए हूटर का उपयोग करना बंद कर दिया है। उन्होंने अपने वाहन से हूटर उतरवा दिए है। वहीं अपने अधीनस्थ अधिकारियों से भी अपील की है कि वे भी अपने वाहनों में हूटर का उपयोग बंद कर दें या फिर उपयोग कम करें।
इस संदर्भ में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि मेट्रो सिटी में कई तरह के प्रोटोकाल होते है। कई बार शहर में जाम की स्थिति बनती है। ऐसे में जाम जब हटेगा, तभी आपका वाहन निकल पाएगा। ऐसे में हूटर का उपयोग लोगों में खीझ पैदा करता है। जाम की स्थिति में हूटर बजाने पर आम धारणा बनती है कि लो आ गए वीआइईपी। लिहाजा आम जनता की समस्या को देखते हुए उन्होंने अपने वाहन से हूटर निकलवा दिए है। वहीं अधीनस्थों से अपील की है कि वे भी आम जनता की तरह ही व्यवहार करें।
इन्हें है हूटर लगाने की अनुमति