
इंडिया फर्स्ट ब्यूरो। वाट्सएप पर आए विज्ञापन में लिखे मोबाइल नंबर पर संपर्क करने के बाद बेरोजगार चल रहे युवक की बांछे खिल गईं। उसे मौज-मस्ती के साथ मोने मुनाफे का ऑफर मिल रहा था। शातिर ठगों ने उसे प्लेबॉय बनने के लिए कंपनी का सदस्य बनने हेतु आमंत्रित किया। युवक उनके झांसे में आ गया। इसके बाद अलग-अलग मदों में उससे लगभग 44 हजार रूपये हड़प लिए गए। कुछ दिन बाद उसे सुनहरे सपने दिखाने वालों के मोबाइल फोन बंद हो गए। युवक ने घटना की शिकायत सायबर सेल में की थी। जांच के बाद डायरी मिलने पर स्टेशन बजरिया थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कर लिया है।
स्टेशन बजरिया थाना पुलिस के मुताबिक सेमरा बस्ती में रहने वाले 42 वर्षीय युवक ने सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें बताया था कि वह पहले एक आइसक्रीम फैक्ट्री में काम करता था। कोरोना के कारण लंबे समय तक लगे लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद रही। इससे उसकी नौकरी भी छूट गई। वह नौककी तलाश में था। पांच सितंबर को उसके मोबाइल पर वाट्सएप के माध्यम से एक विज्ञापन आया था। उसमें नौकरी का ऑफर था। साथ ही नौकरी के लिए संपर्क करने एक मोबाइल नंबर भी दिया हुआ था। फोन पर संपर्क करने पर उसे प्लेबॉय बनने के बारे में बताया गया। यह भी कहा कि इस नौकरी में रुपयों के साथ मौज-मस्ती मुफ्त में करने को मिलेगी।
500 रुपये से हुई ठगी की शुरूआत
युवक ने पुलिस को बताया कि नौकरी के लिए हामी भरने पर रजिस्ट्रेशन राशि के रूप में 500 रुपये जमा करने को बोला गया। इसके लिए उसे एक पेटीएम नंबर दिया गया। यह नंबर किसी अरविंद सिंह के नाम पर है। रजिस्ट्रेशन फीस जमा करने के बाद उसे कंपनी का सदस्य बनने और कंपनी का आइडी कार्ड बनाने के लिए 2800 रूपये जमा कराए गए। इसके बाद कंपनी के लोग किसी न किसी बहाने से उससे रुपये जमा कराते रहे। काम की शुरूआत नहीं होने पर उसने अपने रुपये वापस मांगे तो कंपनी ने रिफंड के नाम से उससे 8500 रूपये और जमा करा लिए। इसके बाद जीएसटी चार्ज के नाम पर 6798 रूपये जमा कराए गए। बाद में कंपनी के लोगों ने उससे कहा कि टीडीएस चार्ज का 13,776 रुपये जमा किए बिना उसका पैसा वापस नहीं होगा। युवक ने जब उनसे कहा कि अब वह और रुपये जमा नहीं कर सकता, तो कंपनी के लोगों ने उसका फोन रिसीव करना ही बंद कर दिया। कंपनी ने उससे कुल 43,880 रूपये जमा करा लिए थे। इसके लिए उसने दोस्तों से 20 हजार रूपये उधार लिए थे। थाना प्रभारी उमेश यादव ने बताया कि धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों, अकाउंट नंबरों के आधार पर आरोपितों की तलाश की जा रही है।
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रात भी रंगीन होगी, रुपये भी मिलेंगे
फरियादी ने बताया कि कंपनी के लोगों ने उसका फोटो देखकर उससे कहा कि तुम काफी हैंडसम हो। इसलिए काफी काम मिलेगा। तुम्हें बस अकेली रहने वाली महिलाओं के पास जाना होगा। उनके साथ मौज-मस्ती करने के एवज में पांच हजार रुपये भी मिलेंगे। कंपनी के काम का किसी से जिक्र नहीं करना, अन्यथा तुम्हारी सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।