भोपाल में पुलिस की बड़ी कार्रवाई,6 आतंकी गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में विस्फोटक भी मिला

इंडिया फर्स्ट ब्यूरो। भोपाल। मध्य प्रदेश प्रदेश की राजधानी भोपााल में खुफिया एजेंसी ने आतंकियों के बड़े माड्यूल को ध्वस्त किया है। आतंकी पुराने शहर में ऐशबाग थाने से 200 मीटर की दूरी पर फातिमा मस्जिद के पास बिल्डिंग में किराए का घर लेकर रह रहे थे। खुफिया एजेंसी ने आपरेशन चलाकर छह आतंकियों को गिरफ्तार किया। इस बिल्डिंग से कई बोरी धार्मिक साहित्य, दर्जन भर से ज्यादा लैपटाप जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और हथियार भी जब्त किए गए हैं। इस आपरेशन के साथ ही एक और छापा शहर के बाहर करौंद इलाके में भी मारा गया, वहां से लोकल माड्यूल के आतंकियों के गिरफ्तार होने की सूचना है।

खुफिया एजेंसी गिरफ्तार आतंकियों को अज्ञात स्थान पर लेकर पूछताछ की। पड़ोसी किराएदार शइद ने बताया कि देर रात 3 बजे 50 से 60 पुलिसकर्मी आए और गोली मारकर दरवाजे का ताला तोड़ दिया। गिरफ्तारी के बाद उस कमरे को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, किसी को भी वहां जाने की इजाजत नहीं है। पड़ोसी का कहना है कि करीब तीन महीने से दो लोग यहां किराए पर रह रहे थे।खुफिया एजेंसी ने आतंकियों को पकड़ने के आपरेशन को पूरी तरह गोपनीय रखा। स्थानीय थाने को भी इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। बिल्डिंग में सभी किराएदार परिवार रहते हैं, नीचे वाले मकान का किराएदार भी गायब है।

पूरी गली में दहशत का माहौल है कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। बस सिर्फ इतना कहना है कि यह बिल्डिंग 70 साल की नायाब जहां की है।खुफिया एजेंसी को इस बात की सूचना मिली थी कि आतंकियों ने अपने छिपने का ठिकाना भोपाल में बनाया है। इसके बाद जांच कर एजेंसी इन तक पहुंची गई और इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इनकी निशानदेही पर भोपाल के बाहर करौंद क्षेत्र के एक घर में भी छापा मारा जाने की बात सामने आ रही है। शांति का टापू कहे जाने वाले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से आतंकियों का मिलना बड़ी बात मानी जा रही है।

आपत्तिजनक सामग्री जप्त होने की सूचना
यह पहले भी सामने आ चुका है कि आतंकी ऐसे इलाकों को अपना ठिकाना बनाते हैं, जहां का इलाका बहुत शांत हो। इसके पहले मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन के पास महिदपुर और उन्हेंल इलाके से भी सिमी आतंकियों के तार जुड़े थे। इंदौर के करीब जंगल में सिमी आतंकी हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेते थे। सूत्र बताते हैं कि खुफिया पुलिस की कार्रवाई में संदिग्ध लोगों के पास आपत्तिजनक सामग्री मिली। जिस मकान पर खुफिया पुलिस व स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई की उसके मकान मालिक ने पुलिस छापे को लेकर मीडिया से भी बातचीत की और स्वीकार किया। बताया जाता है कि किराए पर मकान लेने वालों ने मकान मालिक से अपनी पहचान छिपाई थी और पहचान पत्र भी नहीं दिए थे। इनमें से कुछ ने कॉलेज में प्रवेश भी ले रखा।

मकान मालकिन बोली, बार-बार आधार कार्ड मांगने पर भी नहीं दिया

नायाब जहां ने बताया कि इनमें से एक का नाम अहमद है, इसके बाद उसके साथ दूसरे लड़के आते रहे। मकान मालकिन नायाब जहां ने कहा सलमान नाम का एक लड़का हमारे यहां कम्प्यूटर सुधारने आया था। उसने कहा कि कोई मकान खाली हो तो दे दीजिए एक युवक शरीफे आलिमा का कोर्स कर रहा है, बाद में वो अपने परिवार को भी साथ ले आएगा। इसके बाद उन्हें किराए पर घर दे दिया। इसके बाद जब मैंने उनसे आधार कार्ड मांगा तो लगातार टालते रहे, कभी कहते घर से लाकर देंगे। फिर कहने लगे हम 15 दिन में घर खाली कर जा रहे हैं। मकान मालकिन ने कहा कि इसके बाद मैंने भी सोचा कि अब आधार की क्या जरूरत जब ये जाने ही वाले हैं। महिला ने बताया कि देर रात शोर हुआ तो हम बाहर निकले, पहले लगा ये आपस में लड़ रहे हैं, बाहर निकले तो पुलिस वाले खड़े थे। हमने पूछा क्या हो रहा है तो पुलिस वालों ने कहा कि आप अंदर चले जाइये।indiafirst.online

Comments are closed.

Check Also

शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के 24वें प्रधानमंत्री बने

इंडिया फर्स्ट। इस्लामाबाद। 72 साल के शाहबाज शरीफ दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए…