रिवेरा टाउनशिप जिसका नाम सुनते ही आलीशान बंगलों की कतारों की तस्वीर आंखों के सामने तैरने लगती है…भोपाल के सबसे पॉश इलाके में ये माननीयों यानि की विधायकों के लिए बसाई गई है… ये आशियानें रियायती दरों पर माननियों को आवंटित किए गए थे लेकिन विडंबना देखिए कि इनमे रहता कोई और है…इस बात की तस्दीक खुद इस टाउनशिप का रख रखाव करने वाले करते हैं …इंडिया फर्स्ट न्यूज ने इस सच का खुलासा किया है….भोपाल के माता मंदिर के नजदीक कई एकड़ में लाइन से बने ये बंगले उन लोगों के आशियानें है जो अपने आप को जनता का नुमाइंदा बताकर जमीन से जुड़े होने के दावे करते है…ये रिवेरा टाउनशिप है जनाब जो प्रदेश के विधायकों के लिए बनाई गई…हाउसिंग बोर्ड की इस टाउनशिप की जिस रोज से नींव रखी गई उसी दिन से विवादों से इसका चोली दामन का साथ रहा है…रियायती दरों पर ये आलीशान बंगले माननियों को आवंटित किए गए है …इंडिया फर्स्ट न्यूज ने जब पड़ताल की तो जो सच सामने आया वो ये कि जिन माननियों के ये बंगले है उनमे वो नही रहते बल्कि उनके किराएदार यहां रहते है…इस बात की तस्दीक खुद यहां के केयर टेकर करते हैं….खबर तो ये भी है कि यहां के बंगले एक दो घंटे के लिए भी किराए से मिल जाया करते थे अब एक दो घंटे के लिए इन बंगलों को लेने वाले क्या गुल खिलाते होंगे कहने वाली बात नही है …बहरहाल मुद्दा ये है कि माननियों को आखिर कितना मान देगी सरकार सर्वसुविधा युक्त विधायक विश्राम गृह है उनके लिए एक नया आवासीय परिसर और निर्मित किया जा रहा है ऊपर से रियायती दरों पर आलीशान कोठियां तक उनके नाम कर दी गईं लेकिन ये क्या ये तो उनकी एक और कमाई का जरिया बन गईं है…इंडिया फर्स्ट न्यूज किसी पर तोहमत नहीं लगा रहा हमारी कोशिश तो बस हकीकत से आपको रूबरी कराना भर है…ब्यूरो रिपोर्ट इंडिया फर्स्ट न्यूज भोपाल
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