मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने , गोवर्धन पूजा के दिन, छद्म धर्मनिरपेक्षता पर जमकर प्रहार किया। सीएम शिवराज ने धर्मनिरपेक्षता की आड़ में, तुष्टिकरण की नीति की भी जमकर आलोचना की। ऐसे समय मे जब पीएम मोदी केदारनाथ में , अयोध्या में एतिहासिक दीपावली, और केरल में, हिन्दूत्व की रक्षा में खड़ी भाजपा, के दौरान दिये गये इस बयान के मायनो को तलाशने की कोशिश की , इंडिया फर्सट ने।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि, एक धर्मनिरपेक्ष नेता की रही है। ऐसे में, धर्मनिरपेक्षता की तुलना तुष्टिकरण से करने की बात कहना…कही सीएम की छवि में बदलाव की ओर तो इशारा नही कर रहा। आईए समझते है- राजनितिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार – गिरिजाशंकर जी से।
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