
इंडिया फर्स्ट न्यूज़।
दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवान नई संसद के सामने महिला महापंचायत में शामिल होने जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी है। नए संसद भवन की ओर जाते वक्त पहलवानों ने बैरिकेड्स लांघे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और झड़प भी हुई। इस दौरान कई रेसलर्स को हिरासत में लिया गया है।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- क्या यह लोकतंत्र है, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। पूनिया ने कहा कि साक्षी मलिक को भी हिरासत में ले लिया गया है।महापंचायत में हरियाणा, यूपी और पंजाब समेत कई राज्यों के किसान शामिल होंगे। इसके चलते दिल्ली पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है। दिल्ली में 2 मेट्रो स्टेशनों के सभी एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं। सिंघु बॉर्डर पर एक स्कूल में अस्थाई जेल बना दी गई है।
हरियाणा पुलिस की कार्रवाई पर पहलवानों ने क्या कहा…
आज भारत के इतिहास में एक चीज दर्ज होने वाली है, इसके लिए पूरे देश वासियों को बधाई देना चाहती हूं। देश की बेटियों के मान-सम्मान और इज्जत को रौंद कर प्रधानमंत्री द्वारा संसद भवन का उद्घाटन किया जा रहा है। महिला पहलवानों के समर्थन में आए सभी महिला किसान समेत अन्य बड़ों को डिटेन किया जा रहा है। एक ओर प्रधानमंत्री संसद भवन का उद्घाटन कर रहे हैं, दूसरी ओर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। ये बिल्कुल ही असहनीय है। हमारे लोगों को गिरफ्तार न किया जाए। उन्हें छोड़ दिया जाए। वे बेटियों की लड़ाई में साथ आ रहे हैं। सभी खाप पंचायतों से अपील है कि आज सभी टोल फ्री कर दिए जाएं।indiafirst.online