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इंडिया फ़र्स्ट । दिवाली से पहले कई राज्यों ने प्रदूषण मुक्त त्योहार के लिए पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, कई राज्यों ने ग्रीन पटाखों (कम प्रदूषण वाले पटाखे) की बिक्री और इसे फोड़ने की अनुमति दी है, जिन्हें पर्यावरण के अनुकूल पटाखे भी कहा जाता है. पूरे भारत में चार नवंबर को दिवाली का उत्सव मनाया जाएगा.
क्या है ग्रीन पटाखे
ग्रीन पटाखे (Green Crackers) राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (NEERI) की खोज हैं. ये पटाखे आवाज से लेकर दिखने तक में पारंपरिक पटाखों जैसे ही होते हैं, लेकिन इनको जलाने पर प्रदूषण काफी कम होता है और ये सामान्य पटाखों की तुलना में 40 से 50 फीसदी तक कम हानिकारक गैस पैदा करते हैं.
जानने के लिए पढ़िए किस राज्यों में पटाखों पर प्रतबंध है और कौनसे राज्य में छूट दी गयी है
दिल्ली
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने 1 जनवरी, 2022 तक राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के क्षेत्र में 01.01.2022 तक सभी प्रकार के पटाखों को फोड़ने और बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) ने पहले कहा था कि दिवाली और काली पूजा की शाम को दो घंटे के लिए रात 8 बजे से रात 10 बजे तक हरे पटाखों की अनुमति होगी. बोर्ड की अधिसूचना में आगे कहा गया है कि छठ पूजा पर दो घंटे के लिए सुबह 6 बजे से 8 बजे तक और क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर 35 मिनट के लिए ग्रीन पटाखे फोड़ने की अनुमति होगी. हालांकि, शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने वायु प्रदूषण की जांच के लिए इस साल काली पूजा, दिवाली समारोह और अन्य उत्सवों के दौरान सभी पटाखों की बिक्री, खरीद और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है.
महाराष्ट्र
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने हालांकि पटाखों पर प्रतिबंध नहीं लगाया है, लेकिन उसने राज्य के नागरिकों से कहा है कि वे इससे दूर रहें और इसके बजाय कोविड-19 महामारी को देखते हुए दिवाली समारोह के दौरान दीपक जलाएं.
राजस्थान
कांग्रेस की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने राज्य में केवल ग्रीन पटाखों की बिक्री और उपयोग की अनुमति दी है. इसके अलावा, दिवाली और गुरुपुरब के दौरान रात 8 बजे से 10 बजे के बीच, छठ पूजा पर सुबह 6 से 8 बजे के बीच और क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर 11.55 बजे से 12.30 बजे तक पटाखे फोड़ सकते हैं.
उत्तर प्रदेश
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने कई राज्यों की तरह दिवाली के दौरान ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति दी है, लेकिन उन क्षेत्रों में दो घंटे से अधिक पटाखे फोड़ने की अनुमति नहीं होगी, जहां हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ या बेहतर श्रेणी में आती है.
बिहार
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देश पर बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने राज्य के पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली और गया में पटाखे छोड़ने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कुछ दिनों पहले ही कहा है कि इस आदेश का सभी को सख्ती से पालन करना होगा. बाकी अन्य जिलों में ईको फ्रेंडली पटाखे दिवाली व गुरुपर्व के दिन रात 8 से रात 10 बजे तक और छठ पर्व में सुबह 6 से सुबह 8 बजे तक फोड़ सकते हैं. indiafirst.online