
इंडिया फर्स्ट। श्योपुर।
कूनो नेशनल पार्क में चीतों की एंट्री के बाद चीता मित्र बनाए गए पूर्व दस्यु सरदार रमेश सिकरवार ने यह पद छोड़ दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि चीतों को बासी और खराब मांस दिया जा रहा है। इसलिए चीतों की मौत हुई। सिकरवार ने कहा-‘चीतों को बाड़ों मे दो से तीन दिन तक भूखा रखा जाता है।इसलिए वे खराब मांस भी खा लेते है।
‘ वहीं सिकरवार के आरोपों पर कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ ने कहा- सिकरवार को चीता और वन रक्षा के उद्देश्य से चीता मित्र बनाया गया था ,लेकिन उनकी मंशा जमीन पर कब्जा करने की हो गई। चीतों को एक्सपर्ट्स और वेटरनरी डाॅक्टर्स की देखरेख में खाने के लिए दिया जाता है।