
इंडिया फर्स्ट। संजय रायज़ादा, भोपाल।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ (kamalnath) का नाम भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में माना जाता रहा है हालांकि खुद कमलनाथ इस पद को लेकर साफ कर चुके है कि वे मप्र छोड़ना नही चाहते है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की तरफ से अशोक गेहलोत को कांग्रेस की कमान सौंपने की ख़बरो के बीच, कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। ( देखिये वीडियो)
भोपाल में मीडिया से बातचीत करते हुए, कमलनाथ ने कहा कि ये तय करना है कि कब हमारे संगठन का चुनाव समाप्त होगा, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष की चयन होनी है।
मप्र में कांग्रेस या कमलनाथ कांग्रेस ??
कमलनाथ के इस बयान से साफ है कि, कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष को लेकर अब कोई ठोस फैसला चाहती है। गांधी परिवार के ढुलमुल रवैये से कमलनाथ जैसे सीनियर लीडर भी खुद को असहज महसूस कर रहे है। सियासी जानकारों की माने तो राहुल गांधी के अध्यक्ष नही बनने की स्थिति कमलनाथ के लिए मुफीद साबित होगी। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया का पार्टी छोड़कर जाना राहुल गांधी के लिये किसी झटके से कम नही था। राहुल गांधी पार्टी में युवा चेहरो को प्राथमिकता देने के पक्षधर रहे है । ऐसे में मप्र में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर कई युवा नेता, राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के इंतज़ार में लगे थे। लेकिन जिस तरह से, राहुल गांधी के साफ इंकार और अशोक गेहलोत का नाम अगले अध्यक्ष के संभावित नामों के तौर पर सामने आ रहा है उससे टीम कमलनाथ ही मप्र में मजबूत होती दिखाई दे रही है। ऐसे में पार्टी के तमाम छोटे बड़े फैसलो पर कमलनाथ की छाप ही नज़र आएगी और अगर ऐसा होता है तो पार्टी के कई युवा चेहरे खुद को फिर एक बार बड़े बरगद के नीचे पनपने में नाकाबिल पा सकते है। बहुत मुमक़ीन है कि इससे पार्टी को एक और बड़ी टूट का सामना भी करना पड़ सकता है। indiafirst.online