
इंडिया फर्स्ट। भोपाल।
भोपाल नगर निगम में भ्रष्टाचार और अफसरशाही के खिलाफ खुद बीजेपी के पार्षद ने ही मोर्चा खोल दिया। बीजेपी पार्षद देवेंद्र भार्गव विकास कार्यों में गड़बड़ी के मुद्दे पर नाराज हो गए और उन्होंने सदन छोड़ने की धमकी दे दी। अध्यक्ष और बीजेपी पार्षदों ने उन्हें समझाइश देकर वापस कुर्सी पर बैठाया। बाद में भार्गव मीटिंग छोड़कर चले गए।
भोपाल नगर निगम परिषद की मीटिंग में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। निगम पर एनजीटी द्वारा लगाए गए 1 करोड़ रुपए के जुर्माने, सीवेज समेत अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा किया। उन्होंने अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की कुर्सी घेर ली। सभी मुद्दों पर कांग्रेस पार्षदों ने जांच कराए जाने की मांग की।
मीटिंग के दौरान बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। विपक्ष ने महापौर से इस्तीफा भी मांग लिया। इसी बीच बीजेपी पार्षद भी सामने आ गए। जिसके चलते कांग्रेसी पार्षदों ने आसंदी के सामने ही धरना शुरू कर दिया है। इससे पहले वार्ड 12 से बीजेपी पार्षद भार्गव का कहना था कि मैं पार्षद विकास कार्य कराने के लिए बना हूं, लेकिन अफसर गड़बड़ी कर रहे हैं। उन पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। कांग्रेस पार्षद भी भार्गव के साथ आ गए। दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने भार्गव के मुद्दे पर खुशी जताई। लोगों ने तालियां भी बजाईं। पार्षद भार्गव की नाराजगी के बाद अध्यक्ष सूर्यवंशी ने जांच कमेटी भी बना दी ।
indiafirst.online