
सरकार के अनुसार तकनीकी शिक्षा में सांस्कृतिक सिद्धांतों को जोड़ने का प्रयास कर रहे है हम, उच्च शिक्षा विभाग ने कहा है कि इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस को शामिल किया गया है.
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में महाभारत और रामायण महाकाव्यों को शामिल करने का फैसला लिया है. सरकार के अनुसार तकनीकी शिक्षा में सांस्कृतिक सिद्धांतों को जोड़ने के प्रयास के तहत यह निर्णय लिया गया है. उच्च शिक्षा विभाग ने कहा है कि इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस को शामिल किया गया है.
इस फैसले पर एमपी के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “जो कोई भी भगवान राम के चरित्र और समकालीन कार्यों के बारे में जानना चाहता है, वह इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में ऐसा कर सकता है. भगवान् श्री राम के जन्मस्थान को लेकर कांग्रेस ने एक लम्बा विरोध किया है. हम ग़ज़ल के रूप में उर्दू भी पढाने जा रहे हैं. ये एक ऐच्छिक विषय रहेगी जिसकी इच्छा है वो पढ़ सकता है. इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.”