शिक्षा को लेकर मप्र सरकार कितनी गंभीर है इसका अंदाज़ा सिवनी ज़िले के सरकारी स्कूलो को देखकर साफ लगाया जा सकता है.. दरअसल यहां किराये के टूटे फूटे कमरो में सरकारी स्कूल लगाया जा रहा है…हैरानी की बात ये कि, कलैक्टर साहब को मीडिया के ज़रिये ये मालूम होता है कि..गांव के ये नौनिहाल ..किन हालातो में शिक्षा ले रहे है। देखिये सरकारी बदइंतज़ामी और बेशर्मी की पोल खोलती …INDIA FIRST की ये रिपोर्ट।
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