
इंडिया फर्स्ट। बेंगलुरु।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी यानि इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने 2024 में 10 बड़े मिशन लॉन्च करने का प्लान बनाया है। ये प्लान पूरी दुनिया को फिर से भारत की तकनीकी और स्पेस टेक्नोलॉजी की बढ़ती ताक़त का अहसास करा देगी।
अगले साल के प्लान में पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) के 6, जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) के तीन और लॉन्च व्हीकल मार्क-3 यानि (LVM-3) का एक कॉमर्शियल मिशन शामिल है।
राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी दी है। PSLV, GSLV और LVM-3 एक तरह के रॉकेट हैं, जिनका इस्तेमाल स्पेस में किसी सैटेलाइट को भेजने के लिए किया जाता है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि PSLV के 6 प्रोजेक्ट के तहत एक स्पेस साइंस सैटेलाइट, एक पृथ्वी ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, दो टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन मिशन और NSIL के दो कॉमर्शियल मिशन लॉन्च किए जाएंगे।
GSLV के 3 मिशन के तहत एक मौसम विज्ञान सैटेलाइट, एक नेविगेशन सैटेलाइट और NASA-ISRO की एक जॉइंट सिंथेटिक अपर्चर रडार सैटेलाइट लॉन्च की जाएगी। वहीं LVM 3 की तरफ से एक कॉमर्शियल मिशन शेड्यूल है।
जितेंद्र सिंह ने बताया कि ISRO अपने सबसे नए लॉन्च व्हीकल SSLV की तीसरी डेवलपमेंट फ्लाइट के साथ एक टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन सैटेलाइट भी लॉन्च करेगा। इसके अलावा गगनयान मिशन के तहत दो मानव रहित मिशन लॉन्च करने की भी योजना है।
इसके अलावा अबॉर्ट की स्थितियों में गगनयान के क्रू एस्केप सिस्टम को मान्य करने लिए एक टेस्ट व्हीकल की मदद से कई सब-ऑर्बिटल मिशनों को लॉन्च करने की योजना है। indiafirst.online