
इंडिया फर्स्ट। नेपाल। नेपाल में काली गण्डकी नदी से प्राप्त करीब 6 करोड़ वर्ष पुरानी शालिग्राम शिला आज यानि मंगलवार को भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर पहुंचेगी। उतर प्रदेश के अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान श्रीराम मंदिर में भगवान की मूर्ति निर्माण हेतु शालिग्राम पत्थर का प्रयोग होना है। जिसको नेपाल के पोखरा से निकलने वाली गण्डक नदी से निकाला गया हैं। इस नदी को शालिग्राम नदी के नाम से भी जाना जाता हैं। नेपाल की गण्डक नदी से दो बड़े आकर वाले पत्थरों को निकाला गया हैं, 6 हजार करोड़ से भी ज्यादा पुराना हैं।
भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर में मूर्ति निर्माण का कार्य नेपाल से लाए जाने वाले शालिग्राम पत्थरों से होना हैं। जिसके लिए बड़े कंटेनर की मदद से 6 हजार करोड़ साल से भी पुराने दो बड़े शालिग्राम पत्थरों को नेपाल से बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश लाया जा रहा हैं। नेपाल सीमा से लाए जा रहे दो पत्थरों में एक का वजन 26 टन और दूसरे का वजन 14 टन बताया जा रहा हैं। जिसे विधिवत पूजन अर्चन के बाद नेपाल की सीमा से बिहार के रास्ते दो दिन का समय लग चुका हैं।
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