
इंडिया फर्स्ट न्यूज़। पाकिस्तान। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की 9 मई को गिरफ्तारी और उसके बाद हुए उपद्रव से उठा सियासी तूफान थम नहीं रहा है। इस बीच, सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को सौंपी गई शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।इमरान की गिरफ्तारी के बाद कुछ सैन्य ठिकानों पर हमले सरकार के इशारे पर किए गए थे।
गृह मंत्रालय के निर्देश पर तोड़फोड़ और सेना की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए खुफिया ब्यूरो (IB) ने सरकार समर्थकों को उकसाया था। IB सरकार के अधीन आता है। इस तरह से उकसाने का मकसद इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को सेना का दुश्मन बना देना था।
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