
इंडिया फर्स्ट। उज्जैन।
महाकाल कॉरिडोर ( mahakal corridor ) का नामकरण हुआ, अब महाकाल लोक ( mahakal lok ) होगी पहचान
उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज का एलान।
उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा की है। सीएम शिवराज ने महाकाल कॉरिडोर का नाम, महाकाल लोक कर दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लगभग 200 वर्षो बाद ऐसा पहली बार जब सरकार सेवक के रूप में उज्जैन में बैठक कर रही है। महाकाल महाराज से प्रार्थना है कि वो सभी प्रदेशवासियों पर कृपा बरसाएँ, आशीर्वाद दे और अब महाकाल कॉरिडोर का नाम महाकाल लोक होगा। नामकरण करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि महाकाल ही सरकार हैं, यहाँ के राजा हैं, इसलिए आज महाकाल महाराज की धरती पर हम सभी सेवक बैठक कर रहे हैं।
कैसा तैयार हुआ महाकाल कॉरिडोर ?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक में बताया कि, हमने इसके दो चरण तय किये, प्रथम चरण 351 करोड़ रुपये का था, फिर हमने द्वितीय चरण के लिए 310 करोड़ रुपये स्वीकृत किये। हमने कई मकान विस्थापित किये, उनको कष्ट न देते हुए 150 करोड़ रुपये की लागत से उन्हें विस्थापित किया। कई विकास के काम हमने किये हैं। रुद्रसागर को हमने पुनर्जीवित किया है। इसमें क्षिप्रा नदी का पानी रहेगा। मंदिर में लाइटिंग और साउंड सहित महाकाल पथ का निर्माण किया। दूसरे चरण में भी कई यहां काम पूर्ण होने हैं। हमारे लिए गर्व का विषय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी 11 अक्टूबर को प्रथम चरण का उद्घाटन करेंगे।
एमपी कैबिनेट के अहम फैसले
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट के फैसलो की जानकारी देते हुए बताया।
आज हमारा पहला निर्णय यही है कि महाकाल परिसर ‘महाकाल लोक’ के नाम से जाना जाएगा।
आज हम एक सैद्धांतिक फैसला करते हैं कि नर्मदा जी का जल सदैव क्षिप्रा जी में आएगा।
फ़ैक्टरीज़ का जो दूषित जल है, उसको डायवर्ट करने का काम चल रहा है।
क्षिप्रा नदी किनारे रिवर फ्रंट भी विकसित किया जाएगा जिससे उज्जैन का अलग रूप निखरेगा।
*यहाँ दादा की सवारी निकलती है तो पुलिस बैंड भी निकलता है। हम महाकाल पुलिस बैंड प्रारंभ करेंगे जिनका उपयोग अनेक त्योहारों और पर्व पर किया जाएगा। इसमें 36 नये पदों का सृजन किया जाएगा ।
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