Vrial News : आबकारी अधिकारी निकला जबलपुर चोर गिरोह का सरगना

इंडिया फर्स्ट ।जबलपुर । सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले तो आए दिन दर्ज होते रहते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के सिवनी पुलिस ने जबलपुर के सहायक आबकारी अधिकारी के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि 10 चोरों के गिरोह ने एक ज्वेलर्स के यहां चोरी की और सरकारी बोलेरो गाड़ी में माल भरकर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि आरोपी राजेश चौधरी जबलपुर आबकारी डिपो का प्रभारी है और सहायक आबकारी अधिकारी के पद पर पदस्थ है। पुलिस का कहना है कि चौधरी ही पूरे चोर गिरोह का मास्टरमाइंड यानी अलीबाबा है। इस गिरोह में कुल 10 चोर हैं। इनमें से एक रिटायर्ड सैनिक भी है। सिवनी के बंडोल पुलिस के मुताबिक, 8 अक्टूबर की रात सर्राफा व्यापारी अशोक साहू के घर लाखों रुपए के आभूषण और नकदी की चोरी हुई थी। व्यापारी ने 4 लाख 49 हजार रुपए समेत 780 ग्राम सोने के जेवर की चोरी की रिपोर्ट लिखाई थी।

राजेश चौधरी और अमित सिकरवार को डूंडा सिवनी निवासी राधेश्याम टेम्भरे ने व्यापारी के पास लाखों के जेवरात और नगदी की जानकारी दी थी। इसके बाद तीनों ने मिलकर डिंडौरी जिले के शहपुरा के भीमपार गांव निवासी धर्मेंद्र सैयाम से संपर्क किया और साथ में मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। धर्मेंद्र सैयाम पर पहले से चोरी के कई मामले दर्ज हैं। कुछ साल तक धर्मेंद्र जेल में भी रहा है।

ढाई घंटे में दिया चोरी की वारदात को अंजाम

लाखों की इस चोरी को लेकर कई तथ्य सामने आ रहे हैं। थाना प्रभारी पंचम देशमुख के मुताबिक चोरों ने बखारी में शटर तोड़कर लगभग ढाई घंटे में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। इस सारे मामले में दिलचस्प बात यह रही कि जिस मकान में ढाई घंटे तक चोरी होती रही, वहां पूरा परिवार सो रहा था, लेकिन किसी की नींद नहीं खुली। बताया जा रहा है कि चोरों ने कुछ नशीले स्प्रे का उपयोग किया था, जिसकी वजह से परिवार के किसी सदस्य की नींद नहीं खुली ।

यह भी पढ़े :JASHPUR VIRAL Video:नशेड़ियों ने दुर्गा झांकी निकाल रहे लोगों पर गांजे से भरी कार चढ़ाई, 4 की मौत, 20 घायल

2 लाख के लालच में पकड़ा गया मुख्य आरोपी

पुलिस के अनुसार, डिंडोरी का शातिर चोर धर्मेंद्र सैयाम चोरी करने के लिए अकेला शटर तोड़कर मकान में घुसा था, जबकि सहायक आबकारी अधिकारी राजेश चौधरी सहित अन्य लोग मकान के बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहे थे। इस दौरान धर्मेंद्र ने चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद लगभग दो लाख रुपए घर के पीछे बने एक खेत में छुपा दिए थे।वारदात के दूसरे दिन धर्मेंद्र दोबारा इन्हीं पैसों के लिए बखारी गांव पहुंचा था, तभी कुछ लोगों ने पुलिस के द्वारा दिखाए गए सीसीटीवी फुटेज के चलते धर्मेंद्र को पहचान लिया। इसकी सूचना के बाद पुलिस ने वैनगंगा नदी के पास बस को रुकवा कर धर्मेंद्र को धर दबोचा। इसके बाद धर्मेंद्र ने पुलिस के सामने पूरी कहानी खोल कर रख दी।

पुलिस के सवालों का जवाब नहीं दे रहे सहायक आबकारी अधिकारी

मामले में सहायक आबकारी अधिकारी राजेश चौधरी से पुलिस लगातार पूछताछ करती रही, लेकिन वह पुलिस के सामने कोई भी ठोस जवाब नहीं दे पाया। एसपी कुमार प्रतीक के अनुसार, पुलिस ने जब आबकारी अधिकारी से पूछा कि सरकारी ड्यूटी में होने के बावजूद तुम्हें चोरी करने की क्या जरूरत पड़ गई तो वह कोई जवाब नहीं दे पाया।

पुलिस ने चोरी के मामले में कुल 12 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। इसमें से तीन आरोपित फरार हैं। चोरी जेवर खरीदने वाले जबलपुर के फरार सराफा व्यापारी की तलाश की जा रही है। उसे भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने चोरों से अभी तक 27.55 लाख रुपए की नकद राशि जब्त की है। इसके अलावा तीन फोर व्हीलर और 7 मोबाइल हैंडसेट जब्त किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि अन्य चोरी की वारदातों का पता लगाया जा सके। indiafirst.online

Comments are closed.

Check Also

#CRIME FIRST | गैंगस्टर गोल्डी बराड़ आतंकी घोषित

इंडिया फर्स्ट | क्राइम फर्स्ट । नई दिल्ली | गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय…