
इंडिया फ़र्स्ट ब्यूरों। टीम इंडिया में खटपट की खबर सामने आई है और इसी के साथ इस बात का भी खुलासा हो गया है कि कप्तान विराट कोहली ने रविचंद्रन अश्विन को इंग्लैंड के खिलाफ गेंदबाजी के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल क्यों नहीं किया।
दरअसल, BCCI ने भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को कप्तान और खिलाड़ियों के बीच तनाव को कम करने के लिए मेंटर नियुक्त किया है। भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी कोहली सहित धोनी का सम्मान करते हैं, बीसीसीआई को उनसे ड्रेसिंग रूम में शांत प्रभाव की उम्मीद है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये खटपट वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल हारने के बाद शुरू हुई। ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली ने तीन खिलाड़ियों की मंशा पर सवाल उठाया और अश्विन, रहाणे व पुजारा की खिंचाई कर दी।
इनसाइडस्पोर्ट की खबर के अनुसार, कोहली के इस व्यवहार से तीनों खिलाड़ी नाराज हुए। रविचंद्रन अश्विन, चेतेश्वर पुजारा और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने बीसीसीआई सचिव जय शाह को ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के बारे में अपनी नाराजगी के बारे में सूचित करने का फैसला किया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई ने इस शिकायत पर तुरंत कदम बढ़ाया और खिलाड़ियों से बात की और स्थिति को शांत करने की कोशिश की। लेकिन विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से रविचंद्रन अश्विन को नजरअंदाज कर आग को और भड़का दिया।
यहां तक कि मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी अश्विन को शामिल करने के लिए कहा, लेकिन कोहली ने संयोजन का हवाला देते हुए जडेजा के साथ जाने का विकल्प चुना। हालांकि टेस्ट श्रृंखला के बाद अश्विन को युजवेंद्र चहल के स्थान पर टी 20 विश्व कप टीम में शामिल किया गया था, कोहली ऐसा चाहते थे और रोहित शर्मा ने निर्णय का समर्थन किया। इसने कोहली को परेशान किया और स्थिति को कम करने के लिए, बीसीसीआई एमएस धोनी को लाया क्योंकि वह भारतीय खिलाड़ियों के बीच व्यापक रूप से सम्मानित हैं। विराट कोहली ने घोषणा की कि वह विश्व कप के बाद टीम इंडिया की T20I कप्तानी से हट जाएंगे। धोनी की मेंटरशिप अस्थायी है और कोहली के निकट भविष्य में एकदिवसीय कप्तानी से भी हटने की उम्मीद है या बीसीसीआई उन्हें जल्द ही हटा सकता है।