
इंडिया फर्स्ट ब्यूरो।
किसान-श्रमिक जाति मजहब के नहीं होते
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पांच कालिदास स्थित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की योजना में समस्त पात्र किसानों को लाभ दिलाने का अभियान की शुरुआत की। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में भारत को बदलते देखा है। किसान श्रमिक देश के एजेंडे में शामिल हुआ है। किसान श्रमिक जाति मजहब के नहीं होते हैं।
सीएम योगी बोले – पहले केवल नारे लगते थे अब लाभ मिलता है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान श्रमिकों के नाम के नारे लगते थे, लेकिन उन्हे कभी शासन की योजनाओं का लाभ नही मिल सका। धरती माता की भी गुणवत्ता पहली बार पता लगाया गया। अन्नदाता किसान के फसलों का मूल्यांकन हुआ। 2017 से 2022 तक हमने उत्तरप्रदेश मे पीएम कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत 22 लाख हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई योजना से युक्त किया। आज एम इस पी दलहन, तिलहन फसलों ने भी दिये जा रहे है। हमारा अन्नदाता किसान हमेशा परेशान रहता था। समय पर बीज़,खाद नही मिल पाता था। हमारे लिए ये चुनौती थी, 2018 दिसंबर मे प्रधानमंत्री ने गोरखपुर मे किसान सम्मान निधि की घोषणा की थी। उत्तरप्रदेश के 2 करोड़ 63 लाख किसान इस योजना से आज लाभान्वित हो रहे है।
“भूमि विवाद समाप्त हुए है, घरौनी वितरण किया जा रहा”
सीएम योगी ने कहा कि आज गाँवों मे भूमि विवाद समाप्त हो रहे है,पीएम स्वामित्व योजना अंतर्गत घरौनी वितरण किया जा रहा है। अब तक हमने 56 लाख परिवारों को सुविधा दी है..आगे इस वर्ष के अंत तक डेढ़ करोड़ परिवारों को इसका लाभ दे दिया जाएगा। हम तकनीकी का इस्तेमाल कर रहे है। बीसी सखी, ग्राम सचिवालय इसके उदाहरण है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कृषि विभाग मे आज व्यापक बदलाव हो रहे है। इसका लाभ अन्नदाता किसान को मिल रहा है। आज का वृहद अभियान 10 जून तक चलेगा। जो शिकायते आयी है या जो मिलेंगी उनका निस्तारण भी तत्काल होगा।