
इंडिया फर्स्ट।
अभी सावन महीना चल रहा है। इस साल अधिक मास की वजह से सावन दो महीने रहेगा और 31 अगस्त को खत्म होगा। सावन में पूरे शिव परिवार की विशेष पूजा करनी चाहिए। शिव परिवार में देवी पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय स्वामी के साथ ही इनके वाहन भी हैं।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, शिव परिवार की पूजा से घर में सुख-शांति बनी रहती है। सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहता है। शिव जी के परिवार में शिव जी का वाहन नंदी, देवी मां का वाहन शेर, गणेश जी का वाहन चूहा और कार्तिकेय स्वामी का वाहन मोर भी शामिल है। इनके साथ शिव जी ने अपने गले में नाग को धारण कर रखा है। ये सभी जीव एक-दूसरे के शत्रु हैं। फिर भी सभी एक साथ रहते हैं। शिव जी का परिवार जीवन को सुखी बनाने का सूत्र बताता है।
नाग यानी सांप चूहे को खाता है, मोर सांप को खा जाता है, शेर नंदी का शिकार करता है। सभी जीव एक-दूसरे के परस्पर शत्रु हैं, लेकिन ये सभी एक साथ एक परिवार में रहते हैं और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
शिव परिवार के ये वाहन हमें संदेश दे रहे हैं कि परिवार में भले ही हमारे सोच अलग-अलग हो, लेकिन हमें सभी के साथ ही रहना चाहिए। अगर परिवार के सदस्य एक-दूसरे से शत्रुता रखेंगे तो परिवार टिक नहीं पाएगा। शिव परिवार के इन वाहनों में पार्वती जी का वाहन सिंह सबसे शाक्तिशाली है। देवी मां सिंह पर सवार रहती हैं। इसका संदेश ये है कि घर की महिला को साहसी होना चाहिए, क्योंकि उसकी वजह से पूरा परिवार टिका रहता है। महिला अपने परिवार को हर संकट से बचाने में सक्षम होती है।
ऐसे कर सकते हैं शिव परिवार की पूजा
सावन में शिवलिंग के साथ ही देवी मां, गणेश जी, कार्तिकेय स्वामी की प्रतिमा रखें। इनके साथ इनके वाहनों की भी प्रतिमाएं रखें। सभी देवी-देवताओं का जल से अभिषेक करें। पूजन सामग्री चढ़ाएं। मिठाई का भोग लगाएं। धूप-दीप जलाकर आरती करें।
indiafirst.online