
इंडिया फर्स्ट। भोपाल।
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में झंडावंदन किया। अपने भाषण में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने, विभाजन के दर्द को एक बार फिर रेखाकिंत किया। सीएम शिवराज ने कहा कि हमें आज़ादी तो मिली लेकिन अखंड भारत नही।
सीएम शिवराज ने अखंड भारत और विभाजन पर कहा
- क्रांतिकारियों की त्याग, तपस्या और बलिदान के कारण भारत आजाद हुआ। एक कसक हमारे सीने में आज भी है। आजादी तो मिली, लेकिन अखंड भारत नहीं मिला। विभाजन की विभिषिका भूले नहीं भूलती। उस समय ऐतिहासिक भूल हुई भारत के टुकड़े कर दिए गए।
- एक और ऐतिहासिक भूल हुई उस समय, कश्मीर की आजादी के लिए हमारी सेनाएं लड़ रही थीं, अचानक युद्ध विराम हो गया। बाद में कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान में रह गया। लेकिन, भारत में जो कश्मीर था, उसमें भी धारा 377 लगाकर भारत के साथ उसको एक नहीं होने दिया। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस धारा को खत्म कर ‘एक देश में दो विधान नहीं चलेंगे’ के संकल्प को पूरा किया गया है।
- दुनिया को आदर्श देने वाला हमारा देश आपसी मतभेदों के कारण बीच में गुलामी का शिकार हुआ। पहले मुगल, फिर अंग्रेजों के आक्रमण हुए। तब भी भारत ने अपनी संस्कृति, दर्शन, परंपरा को नहीं छोड़ा। भारत की आत्मा मरी नहीं। हमारे महापुरुष संघर्ष करते रहे।
- भारत ने दुनिया को हजारों साल पहले एकता का संदेश दिया। हमारे ऋषि कहते थे- एकम सत्यम विप्रा बहुधा वदंति, यानी- सत्य एक है: जिसे बुद्धिमान विभिन्न नामों से बुलाते हैं।
- भारत का इतिहास 75 साल पुराना नहीं है। हजारों साल पुराना तो ज्ञात इतिहास है हमारा। जब दुनिया के विकसित देशों में सभ्यता का सूर्य उदय नहीं हुआ था, तब हमारे यहां वेद रच दिए गए थे।
इंडिया फर्स्ट विचार
सीएम शिवराज के इस भाषण से साफ है कि, देश के विभाजन को यूं ही नही देश अपना भाग्य मान लेगा। अखंड भारत का शब्द, देश के 1947 या उससे भी पहले के भारतीय इतिहास की ओर ले जाता है। आज वाकई में देश जानना चाहता है कि, वो कौनसी समस्या थी जिसके लिए देश का विभाजन ही एक मात्र विकल्प था और क्या वो समस्या देश के टुकड़े करने से सुलझ गई। कहीं भारतवर्ष के साथ- एक बड़ा धोखा तो नही किया गया। indiafirst.online