
इंडिया फर्स्ट। भोपाल।
दमोह की लड़की को बेंगलुरु में नाम बदलकर प्रेमजाल में फंसाने और उसका धर्मांतरण कराने के प्रयास का मामला सामने आया है। पता चला है कि आरोपी लड़की पर जादू-टोना करवाता था। उसे वशीकरण ताबीज भी पहनाया था। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान के बाद इस मामले में राजनीति शुरू हो गई।
22 जून को दमोह की एक लड़की SP राकेश कुमार सिंह के पास पहुंची। उसने बताया- बेंगलुरु में नौकरी के दौरान मुझे राजू नाम के लड़के से प्यार हुआ। समय के साथ हमारे बीच नजदीकियां बढ़ीं। राजू ने मेरे साथ कई बार संबंध भी बनाए। कुछ दिन बाद मुझे पता चला कि उसका असली नाम उमर फारूख है। उसने मुझे अपने बारे में गलत जानकारी दी थी।
लड़की की शिकायत पर पुलिस ने धर्मांतरण के लिए दबाव डालने और धमकी देने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।घर के आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। करीब डेढ़ साल पहले कौशल विकास योजना के तहत मेरी नौकरी बेंगलुरु की एक प्राइवेट गारमेंट फैक्ट्री में लगी थी। मैं बेंगलुरु चली गई ताकि कुछ पैसे कमाकर परिवार की मदद कर सकूं। बेंगलुरु मेरे लिए पूरी तरह नया और बड़ा शहर था। वहां कोई अपना नहीं था। कंपनी के कुछ लोगों की मदद से 2-4 दिन में मैंने अपने ठहरने के लिए कम किराए पर कमरा ले लिया और नौकरी शुरू कर दी।
फैक्ट्री में काम करने के दौरान ही मेरी पहचान एक लड़के से हुई। वह 4 साल से वहां काम कर रहा था। उसने अपना नाम राजू बताया। समय के साथ हमारी नजदीकियां बढ़ने लगीं। दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। राजू ने मुझसे शादी का वादा किया। प्यार गहरा होता गया और हमारे बीच संबंध बनने लगे।
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