इंडिया फर्स्ट | अधिक मास में भगवान विष्णु की पूजा आराधना के साथ ही पितरों की भी पूजा करने का विधान है। पुराणों के मुताबिक अधिक मास की एकादशी पर किया गया श्राद्ध और दान पितरों को संतुष्ट कर देता है। पितरों को संतुष्ट करने के लिए अधिक मास के कृष्ण पक्ष को भी महत्वपूर्ण माना गया है। इस दौरान …