बैतूल :घोड़ाडोंगरी नगर परिषद की लापरवाही के चलते गोवंश पन्नी खाने को मजबूर

इंडिया फर्स्ट ब्यूरो। घोडाडोंगरी : देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले की प्राचीर से किए गए अभियान को जहां प्रत्येक राज्य की सरकारें, ग्राम पंचायतें एवं नगर परिषद गंभीरता से सफाई अभियान को व्यवस्थित रूप से चला रही है | वहीं दूसरी ओर नगर परिषद का आलम स्थिति को चौंकाने वाला है नगर में दो दो गाड़ियां कचरा इखट्टे करने के लिए घुमाई जा रही है परंतु किसी भी आम नागरिक वह संबंधित अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है, कि यह कचरा आखिर जा कहां रहा है इस कचरे का हो क्या रहा है जहां हिंदू धर्म में गौ माता को मां का दर्जा दिया जाता है |

गाय में देवता निवास करते हैं ऐसी मान्यता है गौमाता के गोमूत्र से घर पवित्र किया जाता है हुआ गोबर से घर की लिपाई की जाती है,इस मशीनरी युग में मनुष्य इतना स्वार्थी हो चुका है कि उसे गाय का दूध, दही, घी तो खाना याद है मगर गौ माता की सेवा नहीं वही गौ माता कचरे के ढेर पर पड़ी पन्नी खाने को मजबूर है | सिर्फ नगर परिषद घोड़ाडोंगरी की लापरवाही के चलते अलग-अलग संगठनों के द्वारा अनेकों बार कचरा इकट्ठा करने की जगह का विरोध किया गया है, और कचरा घर को व्यवस्थित रूप से निगरानी में रखकर उचित स्थल रखने के लिए भी संगठनों के द्वारा मांग की गई है परंतु नगर के बाहर से कचरा जाने के बाद नगर परिषद ऐसा सोचती है कि आप उसकी जिम्मेदारी खत्म हो चुकी है जहां पर यह कचरा डाला जा रहा है वह नगर परिषद घोड़ाडोंगरी का मोक्ष धाम है ना जाने कितने शव का अंतिम संस्कार किया  जाता रहा है जब भी किसी के यहां कोई गमी होती है तो पूरा गांव जुड़ता है बात चलती है |यह कचरा कितना फैला हुआ है गंदगी कितनी बड़ी हुई है अंतिम यात्रा में नगर के आम नागरिकों के अलावा भी आसपास के गांव, शहरों से लोग आकर जब कचरे की इतनी बदतर स्थिति देखते हैं तो नगर परिषद पर सीधा सवाल करते हैं परंतु इसके जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदकर महीने के अंतिम दिन इनका पूरा ध्यान कागज में फाइल कंप्लीट कर समय पर पेमेंट निकालने का रहता है। indiafirst.online

Comments are closed.

Check Also

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 , गुलाम नबी आज़ाद स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए प्रचार नहीं करेंगे

आज़ाद के करीबी सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्होंने कांग्रेस छ…