अपनी जीवटता से कैंसर को मात देने वाले और मैदान में छक्के मारने के लिए मशहूर सिक्सर किंग ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। पत्रकार वार्ता में 2011 के वल्र्ड कप को जीतना जिंदगी का सबसे बड़ा लम्हा बताते हुए जब युवराज ने सन्यास का ऐलान किया तो उनकी आंखे नम हो गयीं।
यूं तो युवराज ने हमेशा मैदान पर अपनी गंेदबाजी और बल्लेबाजी के जलवे दिखाए लेकिन 2007 में टी20 वल्र्डकप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्राॅड के एक ओवर में 6 छक्के लगाकर पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में राज करने लगे। युवराज ने 2011 के वल्र्डकप में 90.50 के औसत से 362 रन बनाए थे और 15 विकेट लिए थे, जिसकी बदौलत भारत विश्व विजेता बना था।
सन्यास की घोषणा करते हुए युवराज ने कहा कि मौका भी नहीं मिल रहा था और सफलता भी नहीं, बहुत उहापोह में था, पत्नी और मां से भी सन्यास को लेकर बात की, सन्यास के लिए कोई अच्छा मौका नहीं मिल रहा था लेकिन कोई बात नहीं हर किसी को कॅरियर में जो सोचा होता है वैसा नहीं मिलता।
विजुअल्स दिखाएं या एम्बिएंस जो भी हो…..
सिक्सर किंग ने कहा अलविदा
युवराज ने इंटरनेशन क्रिकेट से लिया सन्यास
स्टअर्ट के एक ओवर में मारे थे 6 छक्के
कैंसर भी जूझकर जीती जंग
17 अंतर्राष्ट्रीय शतक हैं युवराज के नाम
वल्र्डकप 2011 में मैन आॅफ द सीरीज
लाहौर में लगाया था पहला शतक
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