मप्र छात्रसंघ चुनाव एक दिखावा
छात्रों के हाथ में थमा दिय झुनझुना
वंशवाद के चलते रोकते है छात्रो को
चुनाव से पहले विरोधी आये साथ में
क़ाबिल नेतृत्व को रोकने की साज़िश
दिखावे के चुनावो से क्या फायदा ?
छात्रसंघ चुनाव को लेकर उत्साह नही
प्रत्यक्ष प्रणाली से नही कराते है चुनाव
अपने बेटे बेटियों की है नेताओं को चिंता
ABVP और NSUI के युवा एक साथ
छात्रों से ज्यादा समाज को है नुकसान
तो फिर करवा ही क्यों रहे है चुनाव ?