क्या है भारतीय सेना की अग्निपथ योजना, क्यों हो रहा है विरोध ?

इंडिया फर्स्ट। नेशनल डेस्क।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को ‘अग्निपथ’ नाम की योजना शुरू करने की घोषणा की. इसमें चार साल के लिए सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती होगी. योजना के तहत चुने गए युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा और इस साल करीब 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल करने की योजना है. हालांकि केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद से देश के अलग-अलग राज्यों में इसके खिलाफ असंतोष नजर आया है।

‘अग्निपथ’ का क्यों हो रहा विरोध

दरअसल, कोविड के चलते सेना की बहाली पर भी असर पड़ा था। पिछले दो साल से भर्तियां नहीं हो पाई थीं और कुछ के परिणाम लंबित थे। इस बीच सरकार ने अग्निपथ योजना को लॉन्च कर दिया और सभी पुरानी भर्तियों को इसी नयी योजना के दायरे में करने का फैसला किया। सरकार के इस फैसले से उन युवाओं को गहरी निराशा हुई जिनकी उम्रसीमा अब खत्म हो चुकी है या लगभग खत्म होने के है। अधिकांश छात्र पुरानी भर्तियों के परिणाम का इंतजार कर रहे थे। यही वजह है कि वे सरकार की इस नयी स्कीम का विरोध कर रहे हैं।

हालांकि सेना के कई बड़े अधिकारी, इस योजना को बेहतर बता रहे है। उनके मुताबिक़, इससे छात्रों को सेना में भर्ती का ना केवल मौका मिलेगा बल्कि वो समाज में अनुशासन लाने में भी बड़ी भूमिका निभा सकेंगे। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा शासित कई मुख्यमंत्रियों ने अग्निवीरो को सेना की सेवा के बाद, पुलिस फोर्स की भर्ती में प्राथमिकता देने का ऐलान किया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि, सेना से ट्रेन्ड ये जवान, देश की आंतरिक सुरक्षा में भी बड़ी भूमिका निभा सकेंगे। हालांकि जिस तरह से इस मुद्दे को लेकर युवा विरोध कर रहे है, उसमें विपक्ष को बैठे बिठाये एक बड़ा मुद्दा हाथ जरुर लग गया है। indiafirst.online

Comments are closed.

Check Also

#UP FIRST | बारिश ने बढ़ाई परेशानी । पब्लिक फर्स्ट । लखनऊ ।

यूपी में बेमौसम बरसात ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है । खेतों में खड़ी फसलों को मौसम की इ…