
इंडियाफ़र्स्ट ब्यूरो। भारत में अभी भी बच्चों के लिए कोविड-19 पर काम हो रहा है। ऐसे में रॉयटर्स ने खबर दी है कि भारत के दवा नियामक ने मंगलवार को वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट को अपने कोविड-19 वैक्सीन परीक्षण के लिए सात से 11 साल के बच्चों का नामांकन करने की अनुमति दे दी है।यह लगभग 1.4 बिलियन की आबादी के बीच वयस्कों को पहले ही 870 मिलियन से अधिक खुराक दे चुका है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के एक विषय विशेषज्ञ पैनल ने कहा, “विस्तृत विचार-विमर्श के बाद समिति ने प्रोटोकॉल के अनुसार 7 से 11 वर्ष के आयु वर्ग के विषयों के नामांकन की अनुमति देने की सिफारिश की।”सीरम इंस्टीट्यूट पहले से ही अपने कोविड-19 वैक्सीन का परीक्षण कर रहा है, जो एस्ट्राजेनेका के शॉट का घरेलू रूप से निर्मित संस्करण है। 12-17 आयु वर्ग में और शुरुआती 100 प्रतिभागियों के लिए सुरक्षा डेटा प्रस्तुत किया है।
अब तक, केवल दवा निर्माता जयडस केडला के DNA COVID-19 वैक्सीन को भारत में 12 साल और उससे अधिक उम्र के वयस्कों और बच्चों में इस्तेमाल करने के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है