
इंडिया फर्स्ट | मुरैना |
मुरैना में शनिवार सुबह दो गुटों में गोलियां चल गईं। छाती और गर्दन में गोली लगने से दोनों पक्ष के एक-एक लोग घायल हुए हैं। झगड़े की वजह जमीन है। दोनों पक्ष इस पर कब्जा चाहते हैं। जमीन वन विभाग की बताई जा रही है। घटना पहाड़गढ़ तहसील के चाचुल गांव की है।
छाती में गोली लगने पर बीरबल गुर्जर और गर्दन में गोली लगने पर हरिओम को जौरा अस्पताल में लाया गया। गंभीर हालत देखते हुए दोनों को मुरैना जिला अस्पताल रेफर किया गया है। बीरबल गुर्जर के पक्ष का आरोप है कि हमले की आशंका थी। निरार थाने में फोन लगाया तो थानेदार का जवाब था कि फोन मत लगाना।
बताया जा रहा है कि वन विभाग की जमीन पर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों में लंबे समय से तनातनी चली आ रही है। इससे पहले भी दोनों पक्षों के बीच झगड़ा और फायरिंग हो चुकी है। दो महीने पहले एक पक्ष के रामलखन गुर्जर को दूसरे पक्ष की ओर से गोली मार दी गई थी। इलाज के बाद वह ठीक हो गया। इसके बाद रामलखन और उसके साथियों ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की चार दिन पहले ही पिटाई कर दी थी। इसकी शिकायत भी पुलिस से की गई थी। यही रंजिश शनिवार को भी सामने आ गई।
थाने में सूचना दी, दारोगा बोले- फोन मत लगाना
रामलखन गुर्जर, बीरबल का चाचा है। सुबह भतीजा बीरबल परचूनी की दुकान पर बैठा था। दुकान घर में ही है। 10 – 12 हमलावर अलग-अलग बाइक से आए। पप्पू गुर्जर और हरिओम गुर्जर ने गाली-गलौज की और भतीजे को गोली मार दी। गांव के ही वकीला ने बीच-बचाव किया तो उसके सिर पर लाठी से हमला कर घायल कर दिया।
रामलखन का कहना है कि हमले की आशंका को देखते हुए रविवार शाम को ही निरार थाने में शिकायत की थी। थाना प्रभारी टीएस यादव ने कहा कि फोन मत लगाना, इसके बाद फोन स्विच ऑफ कर लिया। indiafirst.online